वीर प्रताप सिंह
May 3, 1992
12:0:0
Nalanda
85 E 25
25 N 7
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
वीर प्रताप सिंह एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, वीर प्रताप सिंह की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। वीर प्रताप सिंह अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण वीर प्रताप सिंह में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण वीर प्रताप सिंह जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।वीर प्रताप सिंह संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि वीर प्रताप सिंह को पता लगे कि वीर प्रताप सिंह का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो वीर प्रताप सिंह तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।वीर प्रताप सिंह के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि वीर प्रताप सिंह के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। वीर प्रताप सिंह के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि वीर प्रताप सिंह सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु वीर प्रताप सिंह अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः वीर प्रताप सिंह को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। वीर प्रताप सिंह को यह मानकर चलना चाहिए कि वीर प्रताप सिंह को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।वीर प्रताप सिंह वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। वीर प्रताप सिंह सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। वीर प्रताप सिंह के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह वीर प्रताप सिंह को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन वीर प्रताप सिंह को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
वीर प्रताप सिंह वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् वीर प्रताप सिंह से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। वीर प्रताप सिंह की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता वीर प्रताप सिंह को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में वीर प्रताप सिंह की सहायता करती है। वीर प्रताप सिंह के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।वीर प्रताप सिंह लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। वीर प्रताप सिंह स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में वीर प्रताप सिंह की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी वीर प्रताप सिंह का ज्ञान और वीर प्रताप सिंह की शिक्षा। चाहे वीर प्रताप सिंह अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना वीर प्रताप सिंह की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही वीर प्रताप सिंह को सबसे अलग रखेगी। वीर प्रताप सिंह को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप वीर प्रताप सिंह अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। वीर प्रताप सिंह के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। वीर प्रताप सिंह को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति वीर प्रताप सिंह की भूख वीर प्रताप सिंह को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से वीर प्रताप सिंह की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी वीर प्रताप सिंह अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से वीर प्रताप सिंह की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
वीर प्रताप सिंह की सफलता में वीर प्रताप सिंह के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए वीर प्रताप सिंह अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।