विजयराज सिंधिया
Oct 12, 1919
23:00:00
Sagar
78 E 43
23 N 50
5.5
Lagna Phal (Garg)
संदर्भ (स.)
विजयाराज सिंधिया एक संवेदनशील एवं भावुक व्यक्ति हैं। जीवन की कठनाइयों का विजयाराज सिंधिया पर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्रभाव पड़ता है परिणामस्वरूप विजयाराज सिंधिया जीवन के कुछ सुखद पल खो देते हैं। दूसरों द्वार कही गयीं बातों को विजयाराज सिंधिया दिल पर ले लेते हैं। अतः कुछ एसी बातें है जो विजयाराज सिंधिया को दुःख देती हैं परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिये।विजयाराज सिंधिया के कार्य करने का तरीका शान्तिपूर्ण है,परिणामस्वरूप विजयाराज सिंधिया अपने सहकर्मियों की नजर में मजबूत इच्छाशक्ति एवं दृढ-निश्चयी वाले व्यक्ति प्रतीत होते हैं। विजयाराज सिंधिया की यह प्रवृत्ति विजयाराज सिंधिया को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती है।विजयाराज सिंधिया बोलने से अधिक सोचते हैं और विजयाराज सिंधिया का यह चिन्तनतार्किक होता है। लोग विजयाराज सिंधिया से सलाह मांगने इसलिये आते हैं क्योंकि विजयाराज सिंधिया का निर्णयपालन करने योग्य और निष्पक्ष होता है।विजयाराज सिंधिया में अनेक उत्तम गुण हैं। विजयाराज सिंधिया एक सहानुभूतिपूर्ण मनुष्य हैं, जोकि विजयाराज सिंधिया को एक अच्छा मित्र बनाता है। विजयाराज सिंधिया अनुरागी व देशभक्त हैं, यही कारण है कि विजयाराज सिंधिया एक अच्छे नागरिक भी हैं। विजयाराज सिंधिया प्यारे माताध्पिता होंगे।विजयाराज सिंधिया अपने माता-पिता की इच्छानुसार कार्य करेंगे। निश्चय ही विजयाराज सिंधिया की ये अच्छाइयां दूसरों पर भारी पड़ेंगी।
विजयाराज सिंधिया सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। विजयाराज सिंधिया सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। विजयाराज सिंधिया दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति विजयाराज सिंधिया विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें विजयाराज सिंधिया को कई मौके देता है और सफलता पाने में विजयाराज सिंधिया की मदद करता है।विजयाराज सिंधिया के अंदर गजब की फुर्ती है और विजयाराज सिंधिया जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर विजयाराज सिंधिया अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में विजयाराज सिंधिया को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। विजयाराज सिंधिया को यह समझना चाहिए कि जो विजयाराज सिंधिया हैं, विजयाराज सिंधिया उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए विजयाराज सिंधिया को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि विजयाराज सिंधिया एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो विजयाराज सिंधिया को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। विजयाराज सिंधिया जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से विजयाराज सिंधिया सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब विजयाराज सिंधिया थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह विजयाराज सिंधिया के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही विजयाराज सिंधिया को अपनी शिक्षा में मदद करता है। विजयाराज सिंधिया वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में विजयाराज सिंधिया को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और विजयाराज सिंधिया को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
विजयाराज सिंधिया दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण विजयाराज सिंधिया विरोध के पात्र बन जाते हैं। विजयाराज सिंधिया के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप विजयाराज सिंधिया लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।