विक्रमजीत मलिक
May 9, 1983
12:0:00
Vishakhapatnam
83 E 24
17 N 42
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
বিক্রমজিৎ মালিক एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, বিক্রমজিৎ মালিক की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। বিক্রমজিৎ মালিক अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण বিক্রমজিৎ মালিক में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण বিক্রমজিৎ মালিক जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।বিক্রমজিৎ মালিক संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि বিক্রমজিৎ মালিক को पता लगे कि বিক্রমজিৎ মালিক का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो বিক্রমজিৎ মালিক तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।বিক্রমজিৎ মালিক के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि বিক্রমজিৎ মালিক के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। বিক্রমজিৎ মালিক के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि বিক্রমজিৎ মালিক सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु বিক্রমজিৎ মালিক अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः বিক্রমজিৎ মালিক को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। বিক্রমজিৎ মালিক को यह मानकर चलना चाहिए कि বিক্রমজিৎ মালিক को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।বিক্রমজিৎ মালিক वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। বিক্রমজিৎ মালিক सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। বিক্রমজিৎ মালিক के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह বিক্রমজিৎ মালিক को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन বিক্রমজিৎ মালিক को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
বিক্রমজিৎ মালিক को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और বিক্রমজিৎ মালিক को अधिक की उम्मीद रहती है। বিক্রমজিৎ মালিক के इतने परेशान रहने के कारण বিক্রমজিৎ মালিক को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। বিক্রমজিৎ মালিক बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में বিক্রমজিৎ মালিক परेशानी महसूस करते हैं। यदि বিক্রমজিৎ মালিক अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।বিক্রমজিৎ মালিক एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना বিক্রমজিৎ মালিক को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव বিক্রমজিৎ মালিক की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण বিক্রমজিৎ মালিক की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही বিক্রমজিৎ মালিক शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। বিক্রমজিৎ মালিক के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और বিক্রমজিৎ মালিক की कल्पनाशीलता বিক্রমজিৎ মালিক को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि বিক্রমজিৎ মালিক को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब বিক্রমজিৎ মালিক अध्ययन करने बैठें तो বিক্রমজিৎ মালিক को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और বিক্রমজিৎ মালিক की स्मरण शक्ति भी বিক্রমজিৎ মালিক की मदद करे। यदि বিক্রমজিৎ মালিক मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, বিক্রমজিৎ মালিক अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
বিক্রমজিৎ মালিক स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो বিক্রমজিৎ মালিক कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि বিক্রমজিৎ মালিক मंचपर हों तो বিক্রমজিৎ মালিক अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।