अफताब शिवदासानी
Jun 25, 1978
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अफताब शिवदासानी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः अफताब शिवदासानी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, अफताब शिवदासानी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस अफताब शिवदासानी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति अफताब शिवदासानी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार अफताब शिवदासानी विवाह बन्धन में बंध गये, तो अफताब शिवदासानी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य के बारे में अफताब शिवदासानी को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि अफताब शिवदासानी की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन अफताब शिवदासानी को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े अफताब शिवदासानी के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी अफताब शिवदासानी को परेशानी दे सकते हैं। अफताब शिवदासानी सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
अफताब शिवदासानी के कई शौक हैं और अफताब शिवदासानी इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही अफताब शिवदासानी धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर अफताब शिवदासानी कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। अफताब शिवदासानी जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः अफताब शिवदासानी की अभिरुचियां अफताब शिवदासानी को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही अफताब शिवदासानी को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।