अमितव घोष
Jul 11, 1956
12:0:0
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अमितव घोष का कार्यक्षेत्र बहुआयामी और बौद्धिक होना चाहिए। अमितव घोष को एक समय में एकाधिक कार्य करना पसन्द है और सम्भवतः अमितव घोष के एकाधिक व्यवसाय होंगे।
अमितव घोष के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः अमितव घोष एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। अमितव घोष कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण अमितव घोष को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब अमितव घोष का मन व्यग्र होता है, अमितव घोष का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,अमितव घोष उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा अमितव घोष को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। अमितव घोष को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें अमितव घोष को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, अमितव घोष के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम अमितव घोष के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। अमितव घोष स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः अमितव घोष को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
अमितव घोष की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो अमितव घोष का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। अमितव घोष को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। अमितव घोष धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। अमितव घोष आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन अमितव घोष उसे रोक नहीं पाते हैं। अमितव घोष के विचार व युक्तियाँ अमितव घोष की पीढी से आगे के होते हैं। अमितव घोष को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये अमितव घोष को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार अमितव घोष के लिये श्रेष्ठ हैं।