अनुकुल रॉय
Nov 30, 1998
00:00:00
Samastipur
85 E 47
25 N 52
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अनुकुल रॉय जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, अनुकुल रॉय की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, अनुकुल रॉय को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। अनुकुल रॉय ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। अनुकुल रॉय का घर अनुकुल रॉय के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। अनुकुल रॉय सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर अनुकुल रॉय कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर अनुकुल रॉय प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, अनुकुल रॉय अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां अनुकुल रॉय के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
अनुकुल रॉय के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, अनुकुल रॉय स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर अनुकुल रॉय जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र अनुकुल रॉय के शरीर का ऐसा भाग है, जो अनुकुल रॉय को सर्वाधिक परेशानी देगा। अनुकुल रॉय को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। अनुकुल रॉय को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी अनुकुल रॉय को यह सलाह है कि अनुकुल रॉय पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। अनुकुल रॉय की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण अनुकुल रॉय जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरअनुकुल रॉय युवा-मण्डली में रहते हैं, तो अनुकुल रॉय कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
अनुकुल रॉय मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला अनुकुल रॉय के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। अनुकुल रॉय अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। अनुकुल रॉय पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। अनुकुल रॉय का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।