अपूर्व वानखेड़े
Mar 14, 1992
00:00:00
Amaravati
80 E 20
16 N 35
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अपूर्व वानखेड़े जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, अपूर्व वानखेड़े की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, अपूर्व वानखेड़े को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। अपूर्व वानखेड़े ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। अपूर्व वानखेड़े का घर अपूर्व वानखेड़े के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। अपूर्व वानखेड़े सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर अपूर्व वानखेड़े कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर अपूर्व वानखेड़े प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, अपूर्व वानखेड़े अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां अपूर्व वानखेड़े के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
सबसे ऊपर अपूर्व वानखेड़े अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। अपूर्व वानखेड़े इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, अपूर्व वानखेड़े की प्रकृति इस प्रकार है कि अपूर्व वानखेड़े के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर अपूर्व वानखेड़े के लिये खराब है व जल्दबाजी अपूर्व वानखेड़े के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः अपूर्व वानखेड़े शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। अपूर्व वानखेड़े को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। अपूर्व वानखेड़े को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
फुरसत के लम्हे अपूर्व वानखेड़े के लिये विशेष महत्व रखता है तथा अपूर्व वानखेड़े उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे अपूर्व वानखेड़े कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह अपूर्व वानखेड़े की बुद्धिमत्ता है, कि अपूर्व वानखेड़े अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। अपूर्व वानखेड़े थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य अपूर्व वानखेड़े को पसन्द हैं।