आशीष रेड्डी
Feb 24, 1991
12:0:0
Secunderabad
78 E 27
17 N 27
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
आशीष रेड्डी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः आशीष रेड्डी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, आशीष रेड्डी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस आशीष रेड्डी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति आशीष रेड्डी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार आशीष रेड्डी विवाह बन्धन में बंध गये, तो आशीष रेड्डी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
आशीष रेड्डी को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। आशीष रेड्डी को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही आशीष रेड्डी के लिये ठीक नहीं हैं। आशीष रेड्डी सूर्य से बचें, विशेषतः यदि आशीष रेड्डी को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण आशीष रेड्डी के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में आशीष रेड्डी को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह आशीष रेड्डी के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि आशीष रेड्डी समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय आशीष रेड्डी अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण आशीष रेड्डी की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही आशीष रेड्डी अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
समय व्यतीत करने के ऊर्जावान तरीके आशीष रेड्डी को आकर्षित करते हैं और वो आशीष रेड्डी का सर्वाधिक भला भी करते हैं। तीव्र खेल जैसे फुटबाॅल और टेनिस इत्यादि आशीष रेड्डी की ऊर्जा के उपयोग के लिये बेहतरीन खेल हैं और आशीष रेड्डी इसके पूर्णतः अनुकूल हैं। आशीष रेड्डी मध्य आयु में सैर करना पसन्द करेंगे, लेकिन आशीष रेड्डी चार की जगह चैदह मील की सोचेंगे। अवकाश काल में आशीष रेड्डी हाथ में समाचार पत्र लिये बैंच पर बैठकर सिर्फ भोजन की प्रतीक्षा नहीं कर सकते। सबसे दूरस्थ पहाडि़यां आशीष रेड्डी को आकर्षित करती हैं और आशीष रेड्डी यह जानना चाहते हैं कि वे पास से कैसी दिखती हैं।