आशुतोष गोवारिकर
Feb 15, 1964
12:0:0
Kolhapur
78 E 20
16 N 6
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
आशुतोष गोवारिकर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः आशुतोष गोवारिकर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, आशुतोष गोवारिकर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस आशुतोष गोवारिकर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति आशुतोष गोवारिकर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार आशुतोष गोवारिकर विवाह बन्धन में बंध गये, तो आशुतोष गोवारिकर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
आशुतोष गोवारिकर की आयु भाग्य से अधिक स्वयं आशुतोष गोवारिकर के ऊपर निर्भर करती है। आशुतोष गोवारिकर के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि आशुतोष गोवारिकर ऐसा चाहते हैं तो आशुतोष गोवारिकर को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि आशुतोष गोवारिकर का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु आशुतोष गोवारिकर के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर आशुतोष गोवारिकर अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन आशुतोष गोवारिकर के लिये सर्वोत्तम है।
आशुतोष गोवारिकर मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला आशुतोष गोवारिकर के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। आशुतोष गोवारिकर अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। आशुतोष गोवारिकर पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। आशुतोष गोवारिकर का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।