बबिता
Apr 20, 1948
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
बबिता के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः बबिता विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, बबिता प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस बबिता के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति बबिता का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार बबिता विवाह बन्धन में बंध गये, तो बबिता इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
बबिता को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। बबिता को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही बबिता के लिये ठीक नहीं हैं। बबिता सूर्य से बचें, विशेषतः यदि बबिता को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण बबिता के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में बबिता को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह बबिता के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि बबिता समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय बबिता अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण बबिता की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही बबिता अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
बबिता के कई शौक हैं और बबिता इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही बबिता धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर बबिता कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। बबिता जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः बबिता की अभिरुचियां बबिता को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही बबिता को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।