बालमुराली कृष्णा
Jul 6, 1930
18:40:00
Vijayawada
80 E 40
16 N 34
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
जहां तक बालमुराली कृष्णा जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। बालमुराली कृष्णा प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि बालमुराली कृष्णा ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो बालमुराली कृष्णा अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, बालमुराली कृष्णा उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
जबकि बालमुराली कृष्णा हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो बालमुराली कृष्णा को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। बालमुराली कृष्णा की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह बालमुराली कृष्णा के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। बालमुराली कृष्णा अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। बालमुराली कृष्णा चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। बालमुराली कृष्णा क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी बालमुराली कृष्णा को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
‘आउटडोर‘ बालमुराली कृष्णा के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और बालमुराली कृष्णा इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि बालमुराली कृष्णा उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। बालमुराली कृष्णा खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि बालमुराली कृष्णा को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि बालमुराली कृष्णा तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। बालमुराली कृष्णा पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा बालमुराली कृष्णा ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।