बलदेव राज चोपड़ा
Apr 22, 1914
10:30:0
Ludhiana
75 E 52
30 N 56
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
बलदेव राज चोपड़ा के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः बलदेव राज चोपड़ा विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, बलदेव राज चोपड़ा प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस बलदेव राज चोपड़ा के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति बलदेव राज चोपड़ा का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार बलदेव राज चोपड़ा विवाह बन्धन में बंध गये, तो बलदेव राज चोपड़ा इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
बलदेव राज चोपड़ा के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, बलदेव राज चोपड़ा स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर बलदेव राज चोपड़ा जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र बलदेव राज चोपड़ा के शरीर का ऐसा भाग है, जो बलदेव राज चोपड़ा को सर्वाधिक परेशानी देगा। बलदेव राज चोपड़ा को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। बलदेव राज चोपड़ा को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी बलदेव राज चोपड़ा को यह सलाह है कि बलदेव राज चोपड़ा पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। बलदेव राज चोपड़ा की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण बलदेव राज चोपड़ा जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरबलदेव राज चोपड़ा युवा-मण्डली में रहते हैं, तो बलदेव राज चोपड़ा कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
फुरसत के लम्हे बलदेव राज चोपड़ा के लिये विशेष महत्व रखता है तथा बलदेव राज चोपड़ा उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे बलदेव राज चोपड़ा कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह बलदेव राज चोपड़ा की बुद्धिमत्ता है, कि बलदेव राज चोपड़ा अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। बलदेव राज चोपड़ा थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य बलदेव राज चोपड़ा को पसन्द हैं।