भारत
Jul 21, 1984
12:00:00
Tiruchchirappalli
78 E 41
10 N 49
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सामान्यतः, भारत अपने जीवन साथी के सम्बन्ध में बहुत ही फिक्रमन्द हैं। भारत वैवाहिक जीवन में गल्तियों से भयभीत रहते हैं, यही कारण है कि इस मामले में भारत अत्यन्त ही सजग रहते हैं। परिणामस्वरूप, भारत औसत समय की अपेक्षा देर से विवाह करेंगे। लेकिन विवाह के बाद भारत एक खुशहाल व समर्पित जीवनसाथी होंगे।
भारत को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। भारत को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही भारत के लिये ठीक नहीं हैं। भारत सूर्य से बचें, विशेषतः यदि भारत को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण भारत के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में भारत को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह भारत के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि भारत समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय भारत अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण भारत की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही भारत अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
भारत के कई शौक हैं और भारत इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही भारत धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर भारत कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। भारत जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः भारत की अभिरुचियां भारत को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही भारत को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।