भारत श्रीनिवासन
Jul 21, 1983
12:00:00
Tiruchchirappalli
78 E 41
10 N 49
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
भारत श्रीनिवासन के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः भारत श्रीनिवासन विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, भारत श्रीनिवासन प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस भारत श्रीनिवासन के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति भारत श्रीनिवासन का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार भारत श्रीनिवासन विवाह बन्धन में बंध गये, तो भारत श्रीनिवासन इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
भारत श्रीनिवासन बेहतर स्वास्थ्य के स्वामी हैं। भारत श्रीनिवासन में पर्याप्त अन्तः-शक्ति है तथा यह वृद्धावस्था तक कायम रहेगी, यदि भारत श्रीनिवासन खुली हवा में पर्याप्त व्यायाम लेते हैं। लेकिन इसकी अधिकता से बचें। यदि भारत श्रीनिवासन इसे जरूरत से ज्यादा करेंगे, तो भारत श्रीनिवासन श्वसन सम्बन्धी परेशानी महसूस कर सकते हैं। भारत श्रीनिवासन पैंतालीस की आयु के पश्चात् कमर दर्द एवं गठिया से पीडि़त हो सकते हैं। इन बीमारियों का कारण पता करना कठिन है, पर यह रात की हवा जोड़ों पर लगने के कारण सम्भव है।
भारत श्रीनिवासन के कई शौक हैं और भारत श्रीनिवासन इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही भारत श्रीनिवासन धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर भारत श्रीनिवासन कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। भारत श्रीनिवासन जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः भारत श्रीनिवासन की अभिरुचियां भारत श्रीनिवासन को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही भारत श्रीनिवासन को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।