भारती सिंह
Jul 3, 1984
00:00:00
Amritsar
74 E 56
31 N 35
5.5
Web
संदर्भ (स.)
भारती सिंह जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, भारती सिंह की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, भारती सिंह को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। भारती सिंह ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। भारती सिंह का घर भारती सिंह के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। भारती सिंह सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर भारती सिंह कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर भारती सिंह प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, भारती सिंह अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां भारती सिंह के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
भारती सिंह शारीरिक रूप से शक्तिशाली हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कार्य भारती सिंह की समस्या है। भारती सिंह जो भी कुछ करते हैं, बहुत ज्यादा मानसिक दवाब में करते हैं, अन्ततः भारती सिंह अपने कर्म का पूर्ण फल प्राप्त करते हैं। अपने बॉस के द्वारा प्रशंसा की गई स्थिति के बाद ज्यादा उत्तेजित ना हों । भारती सिंह को अपने कार्यो मे शान्ति बरतनी चाहिये, जीवन में और भी मिठास दिखाई देगा । सैर व भोजन में थोड़ा अधिक समय देना चाहिये। जितना संभव हो सके अपने अंदर के आलस को दूर करें और साथ ही ओवरटाइम’ कार्य के प्रति सजग भी रह सकते हैं । लम्बी छुट्टियाँ लेने से बचें । जब बीमारी आएगी, तो भारती सिंह का हृदय भारती सिंह को परेशानी देने वाला प्रथम अंग होगा। जिसे भारती सिंह दूर करने में सजग रहेंगे। यदि भारती सिंह ने अत्यधिक कार्य किया है तो समाज भारती सिंह को सम्मानित करेगा ।
भारती सिंह की अभिरुचियां शारीरिक से अधिक बौद्धिक होंगी। भारती सिंह उनमें पर्याप्त सफल होंगे। भारती सिंह एक बहुत अच्छे शतरंज के खिलाड़ी बन सकते हैं।यदि ताश भारती सिंह को आकर्षित करते हैं, तो भारती सिंह ‘ब्रिज’ में बहुत अच्छे होंगे।