बिक्रम घोष
Oct 20, 1966
12:00:0
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
बिक्रम घोष के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और बिक्रम घोष को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने बिक्रम घोष में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि बिक्रम घोष ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो बिक्रम घोष के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि बिक्रम घोष अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
बिक्रम घोष ज्यादा कार्य करने के लिये उपयुक्त नहीं हैं, न ही बिक्रम घोष अत्यधिक उत्तरदायित्व वहन कर सकते हैं। हांलाकि बिक्रम घोष को काम करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन उसमें अत्यधिक उत्तरदायित्व नहीं होना चाहिए। बिक्रम घोष किसी भी तरह के कार्य को अपने हाथ में लेने के लिये सदैव तैयार रहते हैं, पर बिक्रम घोष का स्वच्छ व व्यवस्थित कार्यों की तरफ विशेष रूझान है। साथ ही, शायद बिक्रम घोष ने यह ध्यान दिया होगा कि ऐसा कोई भी कार्य जिसके द्वारा बिक्रम घोष प्रकाश में आते हैं,वह अपेक्षाकृत बिक्रम घोष को ज्यादा आकर्षित करता है, बजाय कि ऐसा कोई कार्य जो शान्ति में अकेले किया जाए। निश्चित तौर पर बिक्रम घोष का स्वभाव शान्त वातावरण को सहन नहीं कर पाता है, बल्कि यह सदैव प्रकाशमान एवं प्रसन्नचित्त वातावरण को तलाशता रहता है।
वित्त का प्रश्न बिक्रम घोष के लिये अत्यन्त विशिष्ट है। बिक्रम घोष के धन सम्बन्ध में हमेशा ही अनिश्चय व उतार-चढ़ाव की सम्भावना है,लेकिन बिक्रम घोष अपने आविष्कारिक विचारों के कारण खूब धनार्जन करेंगे। बिक्रम घोष कल्पनाओं और स्वप्न लोक में जीते हैं तथा निराशा को प्राप्त होते हैं। बिक्रम घोष को हर प्रकार की सट्टेबाजी और जुए से दूर रहना चाहिए। आर्थिक मामलों में बिक्रम घोष के साथ संभावित से अधिक असंभावित घटित होता है। बिक्रम घोष के मस्तिष्क में मौलिक विचारों व युक्तियों का जन्म होगा, जोकि अन्य लोगों के विचारों से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाएगा। बिक्रम घोष असामान्य तरीके पैसा बनाएंगे, बिक्रम घोष एक आविष्कारक या असाधारण व्यवसायी होंगे। कई माइनों में, आविष्कार, जोखिम से जुड़े व्यापार इत्यादि में बिक्रम घोष भाग्यशाली होंगे। बिक्रम घोष के पास मौलिक विचार एवं उसके लिये योजनाएं होंगी, लेकिन उनके क्रियान्वयन के लिए भागीदार से सामंजस्य नहीं हो पाएगा। इस प्रकार बिक्रम घोष अपनी कई उत्तम योजनाओं का दुःखद अन्त देखेंगे।