बोरिस बेकर
Nov 22, 1967
19:00:00
Leimen
8 E 42
49 N 19
2
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
बोरिस बेकर जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, बोरिस बेकर की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, बोरिस बेकर को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। बोरिस बेकर ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। बोरिस बेकर का घर बोरिस बेकर के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। बोरिस बेकर सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर बोरिस बेकर कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर बोरिस बेकर प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, बोरिस बेकर अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां बोरिस बेकर के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
बोरिस बेकर की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन बोरिस बेकर स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण बोरिस बेकर की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। बोरिस बेकर अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, बोरिस बेकर जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें बोरिस बेकर की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो बोरिस बेकर खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
बोरिस बेकर मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला बोरिस बेकर के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। बोरिस बेकर अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। बोरिस बेकर पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। बोरिस बेकर का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।