चंदा संदीपन
Aug 13, 1983
12:00:00
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
चंदा संदीपन के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः चंदा संदीपन विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, चंदा संदीपन प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस चंदा संदीपन के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति चंदा संदीपन का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार चंदा संदीपन विवाह बन्धन में बंध गये, तो चंदा संदीपन इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
चंदा संदीपन की आयु भाग्य से अधिक स्वयं चंदा संदीपन के ऊपर निर्भर करती है। चंदा संदीपन के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि चंदा संदीपन ऐसा चाहते हैं तो चंदा संदीपन को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि चंदा संदीपन का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु चंदा संदीपन के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर चंदा संदीपन अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन चंदा संदीपन के लिये सर्वोत्तम है।
चंदा संदीपन के कई शौक हैं और चंदा संदीपन इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही चंदा संदीपन धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर चंदा संदीपन कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। चंदा संदीपन जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः चंदा संदीपन की अभिरुचियां चंदा संदीपन को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही चंदा संदीपन को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।