दादा कोंडके
Aug 08, 1932
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
दादा कोंडके कभी भी मित्रों को नहीं भूलते। परिणामस्वरूप,दादा कोंडके की एक बड़ी मित्र मण्डली है, जिसमें से कई विदेशी भाषा बोलने में सक्षम हैं। इसी बड़े मित्र समूह से दादा कोंडके अपना जीवनसाथी चुनेंगे। दादा कोंडके की यह पसन्द दादा कोंडके के परिचितों को आश्चर्यचकित कर देगी। दादा कोंडके अरामपूर्वक विवाह करेंगे, लेकिन अन्य लोगों की तरह विवाह दादा कोंडके के लिये सब कुछ नहीं होगा। अन्य कई विचलन ऐसे भी होंगे, जो दादा कोंडके का ध्यान घर से हटाएंगे। यदि दादा कोंडके का जीवनसाथी इस झुकाव को कम करने का प्रयत्न करेगा, तो यह दादा कोंडके के पारिवारिक जीवन के लिये खतरा साबित हो सकता है।
दादा कोंडके बेहतर स्वास्थ्य के स्वामी हैं। दादा कोंडके में पर्याप्त अन्तः-शक्ति है तथा यह वृद्धावस्था तक कायम रहेगी, यदि दादा कोंडके खुली हवा में पर्याप्त व्यायाम लेते हैं। लेकिन इसकी अधिकता से बचें। यदि दादा कोंडके इसे जरूरत से ज्यादा करेंगे, तो दादा कोंडके श्वसन सम्बन्धी परेशानी महसूस कर सकते हैं। दादा कोंडके पैंतालीस की आयु के पश्चात् कमर दर्द एवं गठिया से पीडि़त हो सकते हैं। इन बीमारियों का कारण पता करना कठिन है, पर यह रात की हवा जोड़ों पर लगने के कारण सम्भव है।
यात्रा दादा कोंडके के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि दादा कोंडके के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।दादा कोंडके को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि दादा कोंडके को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।