देबब्रता दास
Sep 22, 1986
12:0:0
Siliguri
88 E 26
26 N 42
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
देबब्रता दास के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः देबब्रता दास विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, देबब्रता दास प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस देबब्रता दास के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति देबब्रता दास का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार देबब्रता दास विवाह बन्धन में बंध गये, तो देबब्रता दास इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
देबब्रता दास को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। देबब्रता दास को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही देबब्रता दास के लिये ठीक नहीं हैं। देबब्रता दास सूर्य से बचें, विशेषतः यदि देबब्रता दास को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण देबब्रता दास के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में देबब्रता दास को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह देबब्रता दास के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि देबब्रता दास समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय देबब्रता दास अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण देबब्रता दास की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही देबब्रता दास अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
देबब्रता दास अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, देबब्रता दास घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। देबब्रता दास एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।