धर्मवीर भारती
Dec 25, 1926
12:00:00
Allahabad
81 E 50
25 N 57
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
चूंकि धर्मवीर भारती के लिये एक नौकरी में ज्यादा देर तक रुके रहना मुश्किल है, धर्मवीर भारती का ऐसे कार्यक्षेत्र चुनने चाहिये जहां धर्मवीर भारती को सदैव ही नए-नए लोगों से मिलना पड़े जैसे ‘सेल्समैनशिप‘। धर्मवीर भारती की नौकरी ध् व्यवसाय इस प्रकार का होना चाहिये जो स्थान परिवर्तन देता हो ताकि धर्मवीर भारती नित नये वातावरण में जाएं और नये-नये लोगों से मिलें।
धर्मवीर भारती जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो धर्मवीर भारती बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः धर्मवीर भारती को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। धर्मवीर भारती को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें धर्मवीर भारती को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि धर्मवीर भारती स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र धर्मवीर भारती को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें धर्मवीर भारती को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो धर्मवीर भारती के अनुकूल भी है। धर्मवीर भारती के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि धर्मवीर भारती को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय धर्मवीर भारती नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
धर्मवीर भारती की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो धर्मवीर भारती का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। धर्मवीर भारती को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। धर्मवीर भारती धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। धर्मवीर भारती आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन धर्मवीर भारती उसे रोक नहीं पाते हैं। धर्मवीर भारती के विचार व युक्तियाँ धर्मवीर भारती की पीढी से आगे के होते हैं। धर्मवीर भारती को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये धर्मवीर भारती को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार धर्मवीर भारती के लिये श्रेष्ठ हैं।