फहाद फजिल
Aug 8, 1984
12:00:00
Alappuzha
76 E 20
9 N 28
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
फहाद फजिल के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः फहाद फजिल विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, फहाद फजिल प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस फहाद फजिल के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति फहाद फजिल का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार फहाद फजिल विवाह बन्धन में बंध गये, तो फहाद फजिल इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
फहाद फजिल के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, फहाद फजिल स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर फहाद फजिल जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र फहाद फजिल के शरीर का ऐसा भाग है, जो फहाद फजिल को सर्वाधिक परेशानी देगा। फहाद फजिल को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। फहाद फजिल को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी फहाद फजिल को यह सलाह है कि फहाद फजिल पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। फहाद फजिल की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण फहाद फजिल जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरफहाद फजिल युवा-मण्डली में रहते हैं, तो फहाद फजिल कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
फहाद फजिल के कई शौक हैं और फहाद फजिल इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही फहाद फजिल धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर फहाद फजिल कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। फहाद फजिल जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः फहाद फजिल की अभिरुचियां फहाद फजिल को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही फहाद फजिल को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।