गिरीश कर्नाड
May 19, 1938
21:45:00
Matheran
73 E 28
18 N 59
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
यदि गिरीश कर्नाड को अपने मिजाज के अनुरूप जीवन का आनन्द उठाना है, तो इसमें कोई शक नहीं है कि गिरीश कर्नाड विवाह करेंगे। अकेलापन गिरीश कर्नाड के लिये मृत्यु के समान है और जब गिरीश कर्नाड को कोई उपयुक्त साथ मिल जाता है, तो गिरीश कर्नाड एक मोहक व्यक्ति होते हैं। गिरीश कर्नाड एक युवती से विवाह करना चाहते हैं और इसके लिये गिरीश कर्नाड को ऐसा जीवनसाथी चुनना चाहिए, जोकि प्रसन्न एवं खुशमिजाज हो। गिरीश कर्नाड एक स्वच्छ एवं व्यवस्थित घर में रहना पसन्द करते हैं।
जबकि गिरीश कर्नाड हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो गिरीश कर्नाड को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। गिरीश कर्नाड की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह गिरीश कर्नाड के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। गिरीश कर्नाड अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। गिरीश कर्नाड चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। गिरीश कर्नाड क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी गिरीश कर्नाड को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
‘आउटडोर‘ गिरीश कर्नाड के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और गिरीश कर्नाड इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि गिरीश कर्नाड उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। गिरीश कर्नाड खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि गिरीश कर्नाड को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि गिरीश कर्नाड तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। गिरीश कर्नाड पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा गिरीश कर्नाड ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।