गोविंदा
Dec 21, 1963
21:0:0
Virar
73 E 2
19 N 14
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
यदि गोविंदा को अपने मिजाज के अनुरूप जीवन का आनन्द उठाना है, तो इसमें कोई शक नहीं है कि गोविंदा विवाह करेंगे। अकेलापन गोविंदा के लिये मृत्यु के समान है और जब गोविंदा को कोई उपयुक्त साथ मिल जाता है, तो गोविंदा एक मोहक व्यक्ति होते हैं। गोविंदा एक युवती से विवाह करना चाहते हैं और इसके लिये गोविंदा को ऐसा जीवनसाथी चुनना चाहिए, जोकि प्रसन्न एवं खुशमिजाज हो। गोविंदा एक स्वच्छ एवं व्यवस्थित घर में रहना पसन्द करते हैं।
जबकि गोविंदा हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो गोविंदा को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। गोविंदा की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह गोविंदा के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। गोविंदा अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। गोविंदा चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। गोविंदा क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी गोविंदा को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
गोविंदा के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक गोविंदा को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। गोविंदा को सदैव यह लगता है कि भविष्य में गोविंदा को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। गोविंदा जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। गोविंदा के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। गोविंदा के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि गोविंदा के अन्दर क्षमता नहीं है,तो गोविंदा उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।