गुरबाज सिंह
Aug 9, 1988
12:00:00
Jalandhar
75 E 34
31 N 19
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
गुरबाज सिंह कभी भी मित्रों को नहीं भूलते। परिणामस्वरूप,गुरबाज सिंह की एक बड़ी मित्र मण्डली है, जिसमें से कई विदेशी भाषा बोलने में सक्षम हैं। इसी बड़े मित्र समूह से गुरबाज सिंह अपना जीवनसाथी चुनेंगे। गुरबाज सिंह की यह पसन्द गुरबाज सिंह के परिचितों को आश्चर्यचकित कर देगी। गुरबाज सिंह अरामपूर्वक विवाह करेंगे, लेकिन अन्य लोगों की तरह विवाह गुरबाज सिंह के लिये सब कुछ नहीं होगा। अन्य कई विचलन ऐसे भी होंगे, जो गुरबाज सिंह का ध्यान घर से हटाएंगे। यदि गुरबाज सिंह का जीवनसाथी इस झुकाव को कम करने का प्रयत्न करेगा, तो यह गुरबाज सिंह के पारिवारिक जीवन के लिये खतरा साबित हो सकता है।
जबकि गुरबाज सिंह हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो गुरबाज सिंह को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। गुरबाज सिंह की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह गुरबाज सिंह के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। गुरबाज सिंह अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। गुरबाज सिंह चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। गुरबाज सिंह क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी गुरबाज सिंह को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
गुरबाज सिंह के कई शौक हैं और गुरबाज सिंह इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही गुरबाज सिंह धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर गुरबाज सिंह कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। गुरबाज सिंह जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः गुरबाज सिंह की अभिरुचियां गुरबाज सिंह को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही गुरबाज सिंह को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।