Harivansh Rai
Nov 27, 1907
05:30:00
Allahabad
81 E 50
25 N 57
5.5
Reference
संदर्भ (स.)
Harivansh Rai मैत्रीपूर्ण स्वभाव के हैं और अपनी मित्र मण्डली को खुशहाली के तौर पर देखते हैं। इन्हीं मित्रों में से एक ऐसा होगा, जो Harivansh Rai के लिये सब कुछ होगा और यही वह होगा जिससे Harivansh Rai विवाह करेंगे। Harivansh Rai का स्वभाव सहानुभूतिपूर्ण है। साथ ही साथ यह कहने के अनेक कारण हैं कि Harivansh Rai का वैवाहिक जीवन सुखद होगा। Harivansh Rai ऐसे व्यक्ति हैं, जोकि अपने घर व उसमें उपस्थित वस्तुओं के बारे में अत्यधिक सोचते हैं और Harivansh Rai इसे आरामदायक एवं स्वच्छ होने की उम्मीद करते हैं। घर में अव्यस्तता Harivansh Rai को बिल्कुल नहीं भाती है। Harivansh Rai के बच्चे Harivansh Rai के लिये बहुत कुछ हैं। Harivansh Rai उनके लिये कार्य करेंगे और Harivansh Rai उन्हें बेहतरीन शिक्षा तथा आनन्द देने का प्रयास करेेंगे, जो कि अन्त में बेकार नहीं जाएगा।
Harivansh Rai के अन्दर प्रचुर ऊर्जा है। Harivansh Rai हृष्ट-पुष्ट हैं व साधारणतः Harivansh Rai किसी प्रकार के रोग से ग्रसित नहीं होंगे, जब तक कि Harivansh Rai जरूरत से बहुत ज्यादा कार्य नहीं करते। सिर्फ इसलिये कि Harivansh Rai मोमबत्ती को दोनों सिरों से जला सकते हैं, Harivansh Rai को यह करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। Harivansh Rai को अपने प्रति संयमी होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य-कोष में से जरूरत से ज्यादा लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए अन्यथा Harivansh Rai जीवन के उत्तरार्ध में गम्भीर बीमारियों को निमन्त्रण दे सकते हैं। बीमारी यदि प्रायः नहीं आती है, तो अचानक ही आएगी। यद्यपि उसने परिपक्व होने में काफी लम्बा समय लिया होगा। Harivansh Rai थोड़ा सा दिमाग लगाने पर पाएंगे कि Harivansh Rai ने रोग को स्वयं ही आमन्त्रित किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि Harivansh Rai उससे बच सकते थे। Harivansh Rai के नेत्र Harivansh Rai की कमजोरी हैं और कृपया उसका ख्याल रखें। Harivansh Rai पैंतीस की उम्र के बाद नेत्र-विकार से ग्रसित हो सकते हैं।
‘आउटडोर‘ Harivansh Rai के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और Harivansh Rai इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि Harivansh Rai उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। Harivansh Rai खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि Harivansh Rai को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि Harivansh Rai तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। Harivansh Rai पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा Harivansh Rai ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।