हिराबाई बडोदेकर
May 29, 1905
8:01:07
Miraj
74 E 43
16 N 49
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
हिराबाई बडोदेकर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः हिराबाई बडोदेकर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, हिराबाई बडोदेकर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस हिराबाई बडोदेकर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति हिराबाई बडोदेकर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार हिराबाई बडोदेकर विवाह बन्धन में बंध गये, तो हिराबाई बडोदेकर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
हिराबाई बडोदेकर के अन्दर प्रचुर ऊर्जा है। हिराबाई बडोदेकर हृष्ट-पुष्ट हैं व साधारणतः हिराबाई बडोदेकर किसी प्रकार के रोग से ग्रसित नहीं होंगे, जब तक कि हिराबाई बडोदेकर जरूरत से बहुत ज्यादा कार्य नहीं करते। सिर्फ इसलिये कि हिराबाई बडोदेकर मोमबत्ती को दोनों सिरों से जला सकते हैं, हिराबाई बडोदेकर को यह करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हिराबाई बडोदेकर को अपने प्रति संयमी होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य-कोष में से जरूरत से ज्यादा लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए अन्यथा हिराबाई बडोदेकर जीवन के उत्तरार्ध में गम्भीर बीमारियों को निमन्त्रण दे सकते हैं। बीमारी यदि प्रायः नहीं आती है, तो अचानक ही आएगी। यद्यपि उसने परिपक्व होने में काफी लम्बा समय लिया होगा। हिराबाई बडोदेकर थोड़ा सा दिमाग लगाने पर पाएंगे कि हिराबाई बडोदेकर ने रोग को स्वयं ही आमन्त्रित किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि हिराबाई बडोदेकर उससे बच सकते थे। हिराबाई बडोदेकर के नेत्र हिराबाई बडोदेकर की कमजोरी हैं और कृपया उसका ख्याल रखें। हिराबाई बडोदेकर पैंतीस की उम्र के बाद नेत्र-विकार से ग्रसित हो सकते हैं।
हिराबाई बडोदेकर अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, हिराबाई बडोदेकर घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। हिराबाई बडोदेकर एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।