हृदयनाथ मंगेशकर
Oct 26, 1937
9:10:00
Sangli
74 E 37
16 N 55
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
हृदयनाथ मंगेशकर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः हृदयनाथ मंगेशकर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, हृदयनाथ मंगेशकर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस हृदयनाथ मंगेशकर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति हृदयनाथ मंगेशकर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार हृदयनाथ मंगेशकर विवाह बन्धन में बंध गये, तो हृदयनाथ मंगेशकर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
हृदयनाथ मंगेशकर के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, हृदयनाथ मंगेशकर स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर हृदयनाथ मंगेशकर जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र हृदयनाथ मंगेशकर के शरीर का ऐसा भाग है, जो हृदयनाथ मंगेशकर को सर्वाधिक परेशानी देगा। हृदयनाथ मंगेशकर को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। हृदयनाथ मंगेशकर को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी हृदयनाथ मंगेशकर को यह सलाह है कि हृदयनाथ मंगेशकर पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। हृदयनाथ मंगेशकर की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण हृदयनाथ मंगेशकर जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरहृदयनाथ मंगेशकर युवा-मण्डली में रहते हैं, तो हृदयनाथ मंगेशकर कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
हृदयनाथ मंगेशकर की अभिरुचियां शारीरिक से अधिक बौद्धिक होंगी। हृदयनाथ मंगेशकर उनमें पर्याप्त सफल होंगे। हृदयनाथ मंगेशकर एक बहुत अच्छे शतरंज के खिलाड़ी बन सकते हैं।यदि ताश हृदयनाथ मंगेशकर को आकर्षित करते हैं, तो हृदयनाथ मंगेशकर ‘ब्रिज’ में बहुत अच्छे होंगे।