जयदीप अहलावत
Feb 8, 1980
12:0:0
Rohtak
76 E 38
28 N 54
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जयदीप अहलावत के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः जयदीप अहलावत विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, जयदीप अहलावत प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस जयदीप अहलावत के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति जयदीप अहलावत का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार जयदीप अहलावत विवाह बन्धन में बंध गये, तो जयदीप अहलावत इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि जयदीप अहलावत हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि जयदीप अहलावत दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि जयदीप अहलावत अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
जयदीप अहलावत को अपने मिजाज के अनुरूप ही अपने फुरसत के लम्हों को बिताना चाहिए। यह देखते हुए कि जयदीप अहलावत आराम पसन्द हैं, जयदीप अहलावत श्रम व थकावट भरे खेलों को पसन्द नहीं करते हैं। जयदीप अहलावत दूसरों की संगति पसन्द करते हैं और जीवन के उज्ज्वल भाग को देखते हैं। ताश खेलना जयदीप अहलावत को पसन्द है, लेकिन सिर्फ तभी जब उसमें पैसा जुड़ा हुआ हो। यहां पर जयदीप अहलावत को जुए के प्रति सावधान करने की आवश्यकता है। यदि जयदीप अहलावत ने एक बार इसे अनुमति दी, तो यह जयदीप अहलावत पर नियन्त्रण कर सकता है।