जया भट्टाचार्य
Jul 1, 1986
12:0:0
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जया भट्टाचार्य के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः जया भट्टाचार्य विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, जया भट्टाचार्य प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस जया भट्टाचार्य के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति जया भट्टाचार्य का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार जया भट्टाचार्य विवाह बन्धन में बंध गये, तो जया भट्टाचार्य इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि जया भट्टाचार्य हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि जया भट्टाचार्य दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि जया भट्टाचार्य अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
जया भट्टाचार्य के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक जया भट्टाचार्य को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। जया भट्टाचार्य को सदैव यह लगता है कि भविष्य में जया भट्टाचार्य को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। जया भट्टाचार्य जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। जया भट्टाचार्य के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। जया भट्टाचार्य के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि जया भट्टाचार्य के अन्दर क्षमता नहीं है,तो जया भट्टाचार्य उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।