जिशु सेनगुप्ता
Mar 15, 1977
12:0:0
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जिशु सेनगुप्ता के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः जिशु सेनगुप्ता विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, जिशु सेनगुप्ता प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस जिशु सेनगुप्ता के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति जिशु सेनगुप्ता का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार जिशु सेनगुप्ता विवाह बन्धन में बंध गये, तो जिशु सेनगुप्ता इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
जिशु सेनगुप्ता बेहतर स्वास्थ्य के स्वामी हैं। जिशु सेनगुप्ता में पर्याप्त अन्तः-शक्ति है तथा यह वृद्धावस्था तक कायम रहेगी, यदि जिशु सेनगुप्ता खुली हवा में पर्याप्त व्यायाम लेते हैं। लेकिन इसकी अधिकता से बचें। यदि जिशु सेनगुप्ता इसे जरूरत से ज्यादा करेंगे, तो जिशु सेनगुप्ता श्वसन सम्बन्धी परेशानी महसूस कर सकते हैं। जिशु सेनगुप्ता पैंतालीस की आयु के पश्चात् कमर दर्द एवं गठिया से पीडि़त हो सकते हैं। इन बीमारियों का कारण पता करना कठिन है, पर यह रात की हवा जोड़ों पर लगने के कारण सम्भव है।
जिशु सेनगुप्ता मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला जिशु सेनगुप्ता के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। जिशु सेनगुप्ता अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। जिशु सेनगुप्ता पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। जिशु सेनगुप्ता का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।