के एल राहुल
Apr 18, 1992
00:00:00
Mangalore
74 E 51
12 N 54
5.5
Web
संदर्भ (स.)
के एल राहुल जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, के एल राहुल की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, के एल राहुल को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। के एल राहुल ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। के एल राहुल का घर के एल राहुल के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। के एल राहुल सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर के एल राहुल कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर के एल राहुल प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, के एल राहुल अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां के एल राहुल के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
सबसे ऊपर के एल राहुल अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। के एल राहुल इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, के एल राहुल की प्रकृति इस प्रकार है कि के एल राहुल के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर के एल राहुल के लिये खराब है व जल्दबाजी के एल राहुल के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः के एल राहुल शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। के एल राहुल को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। के एल राहुल को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
के एल राहुल अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, के एल राहुल घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। के एल राहुल एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।