कैलाश खेर
Jul 7, 1973
12:0:0
Meerut
77 E 42
29 N 0
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कैलाश खेर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः कैलाश खेर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, कैलाश खेर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस कैलाश खेर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति कैलाश खेर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार कैलाश खेर विवाह बन्धन में बंध गये, तो कैलाश खेर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
कैलाश खेर की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन कैलाश खेर स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण कैलाश खेर की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। कैलाश खेर अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, कैलाश खेर जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें कैलाश खेर की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो कैलाश खेर खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
कैलाश खेर के कई शौक हैं और कैलाश खेर इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही कैलाश खेर धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर कैलाश खेर कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। कैलाश खेर जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः कैलाश खेर की अभिरुचियां कैलाश खेर को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही कैलाश खेर को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।