कानन देवी
Apr 22, 1916
12:00:00
Howrah
88 E 20
22 N 35
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कानन देवी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः कानन देवी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, कानन देवी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस कानन देवी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति कानन देवी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार कानन देवी विवाह बन्धन में बंध गये, तो कानन देवी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
कानन देवी को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। कानन देवी को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही कानन देवी के लिये ठीक नहीं हैं। कानन देवी सूर्य से बचें, विशेषतः यदि कानन देवी को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण कानन देवी के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में कानन देवी को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह कानन देवी के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि कानन देवी समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय कानन देवी अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण कानन देवी की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही कानन देवी अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
कानन देवी अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, कानन देवी घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। कानन देवी एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।