करण ठक्कर
May 11, 1986
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
करण ठक्कर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः करण ठक्कर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, करण ठक्कर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस करण ठक्कर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति करण ठक्कर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार करण ठक्कर विवाह बन्धन में बंध गये, तो करण ठक्कर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
जबकि करण ठक्कर हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो करण ठक्कर को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। करण ठक्कर की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह करण ठक्कर के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। करण ठक्कर अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। करण ठक्कर चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। करण ठक्कर क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी करण ठक्कर को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
करण ठक्कर मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला करण ठक्कर के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। करण ठक्कर अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। करण ठक्कर पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। करण ठक्कर का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।