केशव महाराज
Feb 7, 1990
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Durban
31 E 1
29 S 49
2
Web
संदर्भ (स.)
केशव महाराज मैत्रीपूर्ण स्वभाव के हैं और अपनी मित्र मण्डली को खुशहाली के तौर पर देखते हैं। इन्हीं मित्रों में से एक ऐसा होगा, जो केशव महाराज के लिये सब कुछ होगा और यही वह होगा जिससे केशव महाराज विवाह करेंगे। केशव महाराज का स्वभाव सहानुभूतिपूर्ण है। साथ ही साथ यह कहने के अनेक कारण हैं कि केशव महाराज का वैवाहिक जीवन सुखद होगा। केशव महाराज ऐसे व्यक्ति हैं, जोकि अपने घर व उसमें उपस्थित वस्तुओं के बारे में अत्यधिक सोचते हैं और केशव महाराज इसे आरामदायक एवं स्वच्छ होने की उम्मीद करते हैं। घर में अव्यस्तता केशव महाराज को बिल्कुल नहीं भाती है। केशव महाराज के बच्चे केशव महाराज के लिये बहुत कुछ हैं। केशव महाराज उनके लिये कार्य करेंगे और केशव महाराज उन्हें बेहतरीन शिक्षा तथा आनन्द देने का प्रयास करेेंगे, जो कि अन्त में बेकार नहीं जाएगा।
केशव महाराज के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, केशव महाराज स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर केशव महाराज जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र केशव महाराज के शरीर का ऐसा भाग है, जो केशव महाराज को सर्वाधिक परेशानी देगा। केशव महाराज को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। केशव महाराज को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी केशव महाराज को यह सलाह है कि केशव महाराज पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। केशव महाराज की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण केशव महाराज जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरकेशव महाराज युवा-मण्डली में रहते हैं, तो केशव महाराज कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
फुरसत के लम्हे केशव महाराज के लिये विशेष महत्व रखता है तथा केशव महाराज उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे केशव महाराज कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह केशव महाराज की बुद्धिमत्ता है, कि केशव महाराज अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। केशव महाराज थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य केशव महाराज को पसन्द हैं।