खय्याम
Feb 16, 1924
00:27:44
Jalandhar *
75 E 35
31 N 19
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
खय्याम प्रेम को बड़ी गम्भीरता से लेते हैं। वस्तुतः, खय्याम से पाने का प्रयास इस तरह करते हैं, कि खय्याम का प्रिय उससे भयभीत हो सकता है। एकबार प्रेम की निर्बाध धारा प्रवाहित होना प्रारम्भ हो जाए, खय्याम दर्शाते हैं कि खय्याम का लगाव गहरा व वास्तविक है। खय्याम एक सहानुभूतिपूर्ण जीवनसाथी हैं और जिससे खय्याम विवाह करेंगे, वह खय्याम का अखण्ड प्रेम प्राप्त करेगा। हांलाकि खय्याम उससे यह उम्मीद करते हैं कि वह खय्याम की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुने, परन्तु खय्याम के अन्दर दूसरों की बात को ध्यान से सुनने का धैर्य नहीं है।
खय्याम के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, खय्याम स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर खय्याम जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र खय्याम के शरीर का ऐसा भाग है, जो खय्याम को सर्वाधिक परेशानी देगा। खय्याम को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। खय्याम को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी खय्याम को यह सलाह है कि खय्याम पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। खय्याम की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण खय्याम जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरखय्याम युवा-मण्डली में रहते हैं, तो खय्याम कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
खय्याम की अभिरुचियां शारीरिक से अधिक बौद्धिक होंगी। खय्याम उनमें पर्याप्त सफल होंगे। खय्याम एक बहुत अच्छे शतरंज के खिलाड़ी बन सकते हैं।यदि ताश खय्याम को आकर्षित करते हैं, तो खय्याम ‘ब्रिज’ में बहुत अच्छे होंगे।