किंशुक वैद्य
Apr 5, 1991
12:00:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
किंशुक वैद्य के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः किंशुक वैद्य विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, किंशुक वैद्य प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस किंशुक वैद्य के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति किंशुक वैद्य का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार किंशुक वैद्य विवाह बन्धन में बंध गये, तो किंशुक वैद्य इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
किंशुक वैद्य को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। किंशुक वैद्य को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही किंशुक वैद्य के लिये ठीक नहीं हैं। किंशुक वैद्य सूर्य से बचें, विशेषतः यदि किंशुक वैद्य को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण किंशुक वैद्य के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में किंशुक वैद्य को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह किंशुक वैद्य के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि किंशुक वैद्य समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय किंशुक वैद्य अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण किंशुक वैद्य की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही किंशुक वैद्य अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
किंशुक वैद्य को अपने मिजाज के अनुरूप ही अपने फुरसत के लम्हों को बिताना चाहिए। यह देखते हुए कि किंशुक वैद्य आराम पसन्द हैं, किंशुक वैद्य श्रम व थकावट भरे खेलों को पसन्द नहीं करते हैं। किंशुक वैद्य दूसरों की संगति पसन्द करते हैं और जीवन के उज्ज्वल भाग को देखते हैं। ताश खेलना किंशुक वैद्य को पसन्द है, लेकिन सिर्फ तभी जब उसमें पैसा जुड़ा हुआ हो। यहां पर किंशुक वैद्य को जुए के प्रति सावधान करने की आवश्यकता है। यदि किंशुक वैद्य ने एक बार इसे अनुमति दी, तो यह किंशुक वैद्य पर नियन्त्रण कर सकता है।