किशोर कुमार
Aug 4, 1929
16:0:0
Khandwa
76 E 23
21 N 49
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
किशोर कुमार के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और किशोर कुमार को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने किशोर कुमार में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि किशोर कुमार ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो किशोर कुमार के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि किशोर कुमार अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
किशोर कुमार ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि किशोर कुमार का कार्य किशोर कुमार के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, किशोर कुमार संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह किशोर कुमार को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य किशोर कुमार को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व किशोर कुमार की स्वयं की प्रतिष्ठा किशोर कुमार के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में किशोर कुमार आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन किशोर कुमार के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने किशोर कुमार को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। किशोर कुमार को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। किशोर कुमार अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि किशोर कुमार को पास किशोर कुमार की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो किशोर कुमार धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। किशोर कुमार उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।