कृष्णकुमार कुनाथ
Aug 23, 1968
12:0:0
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कृष्णकुमार कुनाथ के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः कृष्णकुमार कुनाथ विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, कृष्णकुमार कुनाथ प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस कृष्णकुमार कुनाथ के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति कृष्णकुमार कुनाथ का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार कृष्णकुमार कुनाथ विवाह बन्धन में बंध गये, तो कृष्णकुमार कुनाथ इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
कृष्णकुमार कुनाथ की आयु भाग्य से अधिक स्वयं कृष्णकुमार कुनाथ के ऊपर निर्भर करती है। कृष्णकुमार कुनाथ के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि कृष्णकुमार कुनाथ ऐसा चाहते हैं तो कृष्णकुमार कुनाथ को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि कृष्णकुमार कुनाथ का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु कृष्णकुमार कुनाथ के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर कृष्णकुमार कुनाथ अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन कृष्णकुमार कुनाथ के लिये सर्वोत्तम है।
फुरसत के लम्हे कृष्णकुमार कुनाथ के लिये विशेष महत्व रखता है तथा कृष्णकुमार कुनाथ उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे कृष्णकुमार कुनाथ कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह कृष्णकुमार कुनाथ की बुद्धिमत्ता है, कि कृष्णकुमार कुनाथ अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। कृष्णकुमार कुनाथ थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य कृष्णकुमार कुनाथ को पसन्द हैं।