कुणाल कपूर
Oct 18, 1977
12:00:00
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कुणाल कपूर के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और कुणाल कपूर को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने कुणाल कपूर में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि कुणाल कपूर ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो कुणाल कपूर के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि कुणाल कपूर अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
कुणाल कपूर जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो कुणाल कपूर बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः कुणाल कपूर को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। कुणाल कपूर को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें कुणाल कपूर को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि कुणाल कपूर स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र कुणाल कपूर को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें कुणाल कपूर को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो कुणाल कपूर के अनुकूल भी है। कुणाल कपूर के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि कुणाल कपूर को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय कुणाल कपूर नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
वित्त संबन्धी मामलों में, कुणाल कपूर को किसी बात की चिन्ता की आवश्यकता नहीं है। कुणाल कपूर के मार्ग में कई सुअवसर आएंगे। कुणाल कपूर शून्य से भी काफी कुछ बना सकते हैं, बड़ी एवं उतार-चढ़ाव वाली योजनायें, कुणाल कपूर का एकमात्र जोखिम हैं। वित्त के सम्बन्ध में कुणाल कपूर अपने मित्रों के लिये, यहाँ तक कि स्वयं के लिये एक पहेली होंगे। कुणाल कपूर अपने धन का असामान्य तरीकों मे निवेश करेंगे। सामान्य तौर पर, कुणाल कपूर पैसा बनाने में सफल रहेंगे मुख्यतः जमीन, घर, अचल सम्पत्ति से जुडे हुए क्षेत्रों में।