कुँवर नारायण
Sep 19, 1927
12:0:0
Faizabad
82 E 8
26 N 46
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कुँवर नारायण अपने व्यावसायिक जीवन में जिद्दी स्वभाव के एवं स्वयं निर्णय लेने वाले हैं। कुँवर नारायण अनुकरण करने वाले की बजाय नेतृत्व करने वाले होंगे। कुँवर नारायण सम्याओं को उद्देश्यपूर्ण तरीक से देखें और सिर्फ अपनी जिद के कारण ही निणर्य न लें, अन्यथा ये कुँवर नारायण की सफलता के मार्ग में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
कुँवर नारायण ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि कुँवर नारायण का कार्य कुँवर नारायण के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, कुँवर नारायण संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह कुँवर नारायण को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य कुँवर नारायण को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व कुँवर नारायण की स्वयं की प्रतिष्ठा कुँवर नारायण के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
वित्त सम्बन्धी मामलों में कुँवर नारायण अपने भाग्य के स्वयं निर्माता होंगे। कुँवर नारायण को अपने कार्य में सफलता हमेशा ही समय से पहले प्राप्त होगी। कुँवर नारायण वित्त के मामले में अत्यन्त भाग्यशाली होंगे और कुँवर नारायण को सदैव ही धन एवं पद की प्राप्ति होगी, परन्तु कुँवर नारायण इन सबसे कभी भी संतुष्ट नहीं होंगे। कुँवर नारायण सदैव ही वह इच्छा रखते हैं जो कुँवर नारायण के साधनों के परे है। कुँवर नारायण आर्थिक मामलों में काफी उदार हैं और अपने कोष से अच्छे संस्थान एवं परिजनों को काफी धन देते हैं।