लक्ष्मीकांत पारसेकर
Jul 4, 1956
12:0:0
Goa
73 E 56
15 N 31
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
लक्ष्मीकांत पारसेकर का कार्यक्षेत्र बहुआयामी और बौद्धिक होना चाहिए। लक्ष्मीकांत पारसेकर को एक समय में एकाधिक कार्य करना पसन्द है और सम्भवतः लक्ष्मीकांत पारसेकर के एकाधिक व्यवसाय होंगे।
लक्ष्मीकांत पारसेकर के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः लक्ष्मीकांत पारसेकर एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। लक्ष्मीकांत पारसेकर कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण लक्ष्मीकांत पारसेकर को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब लक्ष्मीकांत पारसेकर का मन व्यग्र होता है, लक्ष्मीकांत पारसेकर का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,लक्ष्मीकांत पारसेकर उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा लक्ष्मीकांत पारसेकर को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। लक्ष्मीकांत पारसेकर को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें लक्ष्मीकांत पारसेकर को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, लक्ष्मीकांत पारसेकर के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम लक्ष्मीकांत पारसेकर के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। लक्ष्मीकांत पारसेकर स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः लक्ष्मीकांत पारसेकर को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
लक्ष्मीकांत पारसेकर की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो लक्ष्मीकांत पारसेकर का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। लक्ष्मीकांत पारसेकर को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। लक्ष्मीकांत पारसेकर धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। लक्ष्मीकांत पारसेकर आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन लक्ष्मीकांत पारसेकर उसे रोक नहीं पाते हैं। लक्ष्मीकांत पारसेकर के विचार व युक्तियाँ लक्ष्मीकांत पारसेकर की पीढी से आगे के होते हैं। लक्ष्मीकांत पारसेकर को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये लक्ष्मीकांत पारसेकर को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार लक्ष्मीकांत पारसेकर के लिये श्रेष्ठ हैं।