लीला अर्सिरि
Dec 18, 1973
6:50:00
San francisco
122 W 25
37 N 46
-5
Internet
संदर्भ (स.)
लीला अर्सिरि जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, लीला अर्सिरि की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, लीला अर्सिरि को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। लीला अर्सिरि ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। लीला अर्सिरि का घर लीला अर्सिरि के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। लीला अर्सिरि सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर लीला अर्सिरि कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर लीला अर्सिरि प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, लीला अर्सिरि अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां लीला अर्सिरि के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
लीला अर्सिरि की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन लीला अर्सिरि स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण लीला अर्सिरि की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। लीला अर्सिरि अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, लीला अर्सिरि जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें लीला अर्सिरि की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो लीला अर्सिरि खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
फुरसत के लम्हे लीला अर्सिरि के लिये विशेष महत्व रखता है तथा लीला अर्सिरि उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे लीला अर्सिरि कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह लीला अर्सिरि की बुद्धिमत्ता है, कि लीला अर्सिरि अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। लीला अर्सिरि थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य लीला अर्सिरि को पसन्द हैं।