लुइस सॉरेज़
Jan 24, 1987
12:0:0
Salto
57 W 50
31 S 27
-3
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
चूंकि लुइस सॉरेज़ के लिये एक नौकरी में ज्यादा देर तक रुके रहना मुश्किल है, लुइस सॉरेज़ का ऐसे कार्यक्षेत्र चुनने चाहिये जहां लुइस सॉरेज़ को सदैव ही नए-नए लोगों से मिलना पड़े जैसे ‘सेल्समैनशिप‘। लुइस सॉरेज़ की नौकरी ध् व्यवसाय इस प्रकार का होना चाहिये जो स्थान परिवर्तन देता हो ताकि लुइस सॉरेज़ नित नये वातावरण में जाएं और नये-नये लोगों से मिलें।
लुइस सॉरेज़ जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो लुइस सॉरेज़ बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः लुइस सॉरेज़ को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। लुइस सॉरेज़ को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें लुइस सॉरेज़ को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि लुइस सॉरेज़ स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र लुइस सॉरेज़ को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें लुइस सॉरेज़ को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो लुइस सॉरेज़ के अनुकूल भी है। लुइस सॉरेज़ के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि लुइस सॉरेज़ को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय लुइस सॉरेज़ नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
लुइस सॉरेज़ की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो लुइस सॉरेज़ का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। लुइस सॉरेज़ को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। लुइस सॉरेज़ धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। लुइस सॉरेज़ आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन लुइस सॉरेज़ उसे रोक नहीं पाते हैं। लुइस सॉरेज़ के विचार व युक्तियाँ लुइस सॉरेज़ की पीढी से आगे के होते हैं। लुइस सॉरेज़ को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये लुइस सॉरेज़ को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार लुइस सॉरेज़ के लिये श्रेष्ठ हैं।