ल्यूक किर्बी
Jun 21, 1978
12:0:0
Hamilton
79 W 50
43 N 15
-5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
ल्यूक किर्बी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः ल्यूक किर्बी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, ल्यूक किर्बी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस ल्यूक किर्बी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति ल्यूक किर्बी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार ल्यूक किर्बी विवाह बन्धन में बंध गये, तो ल्यूक किर्बी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य के बारे में ल्यूक किर्बी को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि ल्यूक किर्बी की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन ल्यूक किर्बी को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े ल्यूक किर्बी के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी ल्यूक किर्बी को परेशानी दे सकते हैं। ल्यूक किर्बी सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
ल्यूक किर्बी के कई शौक हैं और ल्यूक किर्बी इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही ल्यूक किर्बी धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर ल्यूक किर्बी कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। ल्यूक किर्बी जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः ल्यूक किर्बी की अभिरुचियां ल्यूक किर्बी को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही ल्यूक किर्बी को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।