मदन मोहन मालविय
Dec 25, 1861
20:00:00
Allahabad
81 E 50
25 N 57
5.5
Lagna Phal (Garg)
संदर्भ (स.)
मदन मोहन मालविय को प्रतिस्पर्धा और जोखिम भरे काम पसन्द हैं,अतः मदन मोहन मालविय अपना कार्यक्षेत्र शीघ्र परिवर्तित करते हैं। मदन मोहन मालविय को ऐसा कार्य चुनना चाहिए,जिसमें अनेक आयाम हों और आगे बढ़ने के अवसर हों ताकि मदन मोहन मालविय समय-समय पर परिवर्तन से बचें। अतः मदन मोहन मालविय को जल्दी-जल्दी कार्यक्षेत्र परिवर्तित नहीं करना चाहिए।
मदन मोहन मालविय के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः मदन मोहन मालविय एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। मदन मोहन मालविय कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण मदन मोहन मालविय को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब मदन मोहन मालविय का मन व्यग्र होता है, मदन मोहन मालविय का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,मदन मोहन मालविय उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा मदन मोहन मालविय को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। मदन मोहन मालविय को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें मदन मोहन मालविय को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, मदन मोहन मालविय के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम मदन मोहन मालविय के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। मदन मोहन मालविय स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः मदन मोहन मालविय को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
मदन मोहन मालविय के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः मदन मोहन मालविय की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।मदन मोहन मालविय एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। मदन मोहन मालविय के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान मदन मोहन मालविय के कई शत्रु बन सकते हैं। मदन मोहन मालविय के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और मदन मोहन मालविय के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि मदन मोहन मालविय अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या मदन मोहन मालविय के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से मदन मोहन मालविय के हाथ से जा सकते हैं। अतः मदन मोहन मालविय को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।