मनीष मखीजा
Dec 23, 1968
12:0:0
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
मनीष मखीजा के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः मनीष मखीजा विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, मनीष मखीजा प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस मनीष मखीजा के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति मनीष मखीजा का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार मनीष मखीजा विवाह बन्धन में बंध गये, तो मनीष मखीजा इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
मनीष मखीजा शारीरिक रूप से शक्तिशाली हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कार्य मनीष मखीजा की समस्या है। मनीष मखीजा जो भी कुछ करते हैं, बहुत ज्यादा मानसिक दवाब में करते हैं, अन्ततः मनीष मखीजा अपने कर्म का पूर्ण फल प्राप्त करते हैं। अपने बॉस के द्वारा प्रशंसा की गई स्थिति के बाद ज्यादा उत्तेजित ना हों । मनीष मखीजा को अपने कार्यो मे शान्ति बरतनी चाहिये, जीवन में और भी मिठास दिखाई देगा । सैर व भोजन में थोड़ा अधिक समय देना चाहिये। जितना संभव हो सके अपने अंदर के आलस को दूर करें और साथ ही ओवरटाइम’ कार्य के प्रति सजग भी रह सकते हैं । लम्बी छुट्टियाँ लेने से बचें । जब बीमारी आएगी, तो मनीष मखीजा का हृदय मनीष मखीजा को परेशानी देने वाला प्रथम अंग होगा। जिसे मनीष मखीजा दूर करने में सजग रहेंगे। यदि मनीष मखीजा ने अत्यधिक कार्य किया है तो समाज मनीष मखीजा को सम्मानित करेगा ।
‘आउटडोर‘ मनीष मखीजा के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और मनीष मखीजा इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि मनीष मखीजा उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। मनीष मखीजा खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि मनीष मखीजा को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि मनीष मखीजा तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। मनीष मखीजा पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा मनीष मखीजा ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।