व्यापार या व्यवसाय में मनमोहन सिंह बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान मनमोहन सिंह पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ मनमोहन सिंह के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। मनमोहन सिंह को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1946 से April 1, 1953 तक
किसी संस्थान के प्रमुख व्यक्ति के मनमोहन सिंह सम्पर्क में आयेंगे। औरों के प्रति जनकल्याण की भावना से काम करने की प्रवृति होगी। किसी नयी सृजनात्मक उपलब्धि के कारण मनमोहन सिंह को मान्यता मिल सकती है। वैसे इस अवधि में मनमोहन सिंह की प्रतिष्ठा बढेंगी और सम्मान में इजाफा होगा। मनमोहन सिंह अति सम्मानीय व्यक्ति समझे जायेंगे। यात्रा का बहुत महत्व होगा। मनमोहन सिंह की धर्म एवम् अध्यात्म की ओर झुकने की प्रवृति में भावनात्मक गहराई का समावेश होगा। पारिवारिक जीवन हर्षोल्लास से सम्पन्न रहेगा। परिवार में कोई मंगल कृत्य होगा। इस अवधि का पूरा लाभ उठाने का प्रयत्न करें।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1953 से April 1, 1973 तक
किसी बदनामी देने वाले काण्ड में फंसने के कारण मनमोहन सिंह की प्रतिष्ठा पर आंच आयेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह कोई अच्छा समय नहीं है। अचानक धन प्रात की संभावना है। लेकिन साथ ही साथ खर्चे भी बढेंगे। गुप्त और निगूढ सुखों को भोगने वाली प्रवृति पर अंकुश लगाये नहीं तो बड़ी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। वैसे परिवारजनों का सहयोग पूरा रहेगा। यद्यपि कभी कभी मतभेद भी रह सकता है। जहां तक संभव हो यात्राएं न करें।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1973 से April 1, 1979 तक
इस अवधि में मनमोहन सिंह बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय मनमोहन सिंह की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में मनमोहन सिंह अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1979 से April 1, 1989 तक
अपने प्रयत्नों में मनमोहन सिंह को निराशा मिलेगी। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी रहेंगी। अपने मनमोहन सिंह को किसी बड़े उद्यम से सम्ब्दीत न कीजिये। यह जोखिम लेने का समय नहीं है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य के बारे में चिन्तित रह सकते हैं। फालतु की यात्राओं से बचें।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1989 से April 1, 1996 तक
यह बिल्कुल भी अच्छा समय नहीं है। ध्यान रखें। आर्थिक हानि की पूरी संभावना है। इस अवधि में कोई जोखिम न उठायें और सट्टेबाजी से बचें। स्वास्थ्य के कारण परेशानियां शुरू हो जायेंगी। अपने परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। किसी परिचित की मृत्यु की खबर भी मिल सकती है।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 1996 से April 1, 2014 तक
अपनी उद्यम शक्ति और महती ऊर्जा के द्वारा मनमोहन सिंह किसी भी काम को बहुत अच्छे तरीके से पूरा करने में सक्षम रहेंगे। मनमोहन सिंह के उद्देश्य की दृढ़ता सराही जायेगी। अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण विपरीत परिस्थिति में भी मनमोहन सिंह को मति भ्रम नहीं होगा और सही काम करेंगे। मनमोहन सिंह का सामाजिक दायरा बढ़ेगा और मनमोहन सिंह की प्रतिष्ठा में भी बढोत्तरी होगी। काफी भ्रमण करना पड़ेगा। भाई बहिनों से संबंध अच्छे रहेंगे। संचार माध्यम व्दारा मनमोहन सिंह को उत्साहवर्धक समाचार मिलेगा। व्यापार और लेन देन के सौदों की बहुत अच्छे रहने की संभावना है। अगर नौकरी में हैं तो शीघ्र पदोन्नति होनी चाहिये।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 2014 से April 1, 2030 तक
इस वर्ष यह अवधि मनमोहन सिंह के लिये सर्वश्रेष्ठ सिद्ध होगी। मनमोहन सिंह प्रचुर सफलता और सम्मान प्राप्त करेंगे। इस अवधि का उपयोग मनमोहन सिंह मन को एकाग्र करने समाधि और योग क्रियाओं को करने के लिए भी कर सकते हैं। धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र के किसी मुखिया से भी मनमोहन सिंह का सम्पर्क हो सकता है। अपने काम को पूरा करने के लिये मनमोहन सिंह में प्रचुर उत्साह और विश्वास रहेगा। परिवारिक माहौल से भी सहारा मिलेगा। लम्बी यात्रा सफलदायक सिद्ध होगी। परिवार में नये सदस्य की बढोत्तरी होगी।
मनमोहन सिंह का फलादेश April 1, 2030 से April 1, 2049 तक
इस अवधि में कुछ आर्थिक परेशानियां सामने आएगी। आमदनी भी ठीक नहीं रहेगी। परिवारजनों की अपेक्षाएं पूरी नहीं होंगी। अपने लोगों से मनमोहन सिंह की पटेगी नहीं। रोजमर्रा के जीवन में मनमोहन सिंह को सावधान रहने की आवश्यकता है। नए उद्यमों से इस अवधि में सम्बंद्ध न हों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर बिना देखे दस्तखत न करें। जोखिम उठाने की प्रवृति पर भी अंकुश लगाए। मां बाप का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा।