मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर
Jan 21, 1818
19:4:19
Alandi
73 E 55
18 N 40
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को प्रतिस्पर्धा और जोखिम भरे काम पसन्द हैं,अतः मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर अपना कार्यक्षेत्र शीघ्र परिवर्तित करते हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को ऐसा कार्य चुनना चाहिए,जिसमें अनेक आयाम हों और आगे बढ़ने के अवसर हों ताकि मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर समय-समय पर परिवर्तन से बचें। अतः मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को जल्दी-जल्दी कार्यक्षेत्र परिवर्तित नहीं करना चाहिए।
मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर की ऊर्जा एवं शक्ति मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर के व्यक्तित्व का एक विशेष गुण है। जब अन्य लोग सोच रहे होते है तब मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर कर रहे होते हैं और ‘जो पहले आवे सो पावे‘। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को ऐसे सभी कार्यक्षेत्रों को भूल जान चाहिये जहां सूट-बूट एवं दिखावे का बोलबाला हो। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर ऐसी वाह्य गुणों से परे कहीं अधिक व्यावहारिक हैं। यहां तक कि वे मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को व्यग्र कर देती हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर जमीन से जुड़े एक कार्यशील व्यक्ति हैं जो सबकुछ करने के लिये सदैव तत्पर रहता है। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर सच्चे जीवन और फिल्मी पर्दे दोनों में एक अन्वेषक की भूमिका बखूबी कर सकते हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर एक ‘सर्जन‘ की तरह बेहतर कार्य कर सकते हैं बजाय कि एक वित्तीय सलाहकार के। ऐसा कोई भी कार्य जहां कुछ बनाने की कला कि आवश्यकता होती है मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर वहां सफल हो सकते हैं। इंजीनियरिंग इस प्रकार का एक कार्यक्षेत्र कहा जा सकता है। समुद्र सम्बन्धी ऐसे कई कार्य हैं जो मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर के लिये पूर्णतः उपयुक्त हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर के अन्दर एक वायुयान-चालक सरीखा साहस है। जमीन से जुड़ी हुई मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर की ऊर्जा के अनुरूप भी कई कार्यक्षेत्र हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर सिर्फ एक बेहतरीन किसान ही नहीं हो सकते बल्कि मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर एक बेहतर सर्वेक्षक, खदान इंजीनियर या खदान-अन्वेषक भी हो सकते हैं।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर को पास मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।